धमतरी। बंद बीमा पालिसी को पुनः चालू कराने और उससे बेहतर लाभ दिलाने की बात कहकर लोगों से ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना को पुलिस ने पकड़ा है। धमतरी जिले में इस गिरोह के सदस्यों ने एक करोड़ से अधिक की ठगी की है। मुख्य आरोपी प्रदीप प्रधान को दिल्ली से गिरफ्तार कर धमतरी लाया गया है। आरोपी पर ठगी और आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। इस मामले में पहले ही पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
पुलिस अधीक्षक केपी चंदेल व डीएसपी पंकज पटेल ने बताया कि धमतरी निवासी सुभाष चंद्र जैन को अलग-अलग मोबाइल नंबर के सिम धारकों द्वारा उनके रिलायंस कंपनी में वर्ष 2009 बस में कराए गए बीमा जो बंद हो गए थे, को पुनः चालू कराने और बीमा राशि को वापस दिलाने की बात पर प्रोसेसिंग फीस एवं अन्य चार्जेस के नाम पर प्रार्थी को मोबाइल धारकों के द्वारा अलग-अलग बैंक बैंक खाते में लगातार रकम जमा करने कहा गया। बीमा रकम वापस मिलने के विश्वास पर सुभाष चंद्र जैन ने मोबाइल धारकों के अलग-अलग बैंक खातों में लगातार रकम जमा करवाई। राशि अधिक जमा होने की बात पर उक्त मोबाइल धारकों ने इनकम टैक्स लगने का हवाला देकर पुनः अन्य बैंक खाते में रकम जमा करने कहा।
मोबाइल धारकों के लुभावने वादों में आकर सुभाष चंद्र जैन ने जनवरी 2018 से सितंबर से 2018 तक कुल 85 लाख 69 हजार, 54 रुपये जमा कराए। प्रार्थी को धोखाधड़ी का अहसास होने पर उसने सिटी कोतवाली धमतरी में लिखित शिकायत की। प्रार्थी की रिपोर्ट के आधार पर धमतरी पुलिस ने मोबाइल धारकों के खिलाफ धारा 419 420 34 भारतीय दंड विधान की धारा 66 आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की है। प्रकरण का मुख्य आरोपी प्रदीप प्रधान गिरफ्तारी से बचने के लिए यहां वहां से भागते फिर रहा था। मुखबिर की सूचना पर मुख्य आरोपी प्रदीप प्रधान थाना रन्हौला जिला आउटर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में पहले ही विशेष टीम ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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