रीवा/भोपाल। सरकारी अधिकारी मुख्यमंत्री हेल्प लाइन का पलीता लगा रहे हैं। किसान परेसान है। दो साल पहले आई बाढ़ का मुआवजा बना लेकिन किसान के हाथ आज भी चेक नही पहुचा। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में बार बार शिकायत करने के बाद शिकायत का निराकरण किये बिना ही अधिकारी ऑनलाइन घर बैठे निदान कर रहे हैं। अशिकारियों की इन्ही कारगुजारियों का भुगतान आज सरकार को चुनाव में भुगतना पड़ रहा है।
दरअसल ग्राम पंचायत मोहरबा 482, पटावरी हल्का न 28, तहसील सेमरिया, जिला रीवा में एक किसान को दो वर्ष पहले आई बाढ़ में हुई फसल नुकसान का मुआवजा 13600/- रुपये बना जिसका चेक किसान को दिया गया, चेक में गलत जानकारी लिखी होने के कारण किसान ने क्षेत्र के पटवारी रेणु सिंह को वापस कर दिया कि इसमें सुधार करवा दिया जाए।
किसान के अनुसार कई बार पटवारी से पूछने पर चेक नही मिला। बाद में पटवारी ने कहा चेक गुम हो गया है इसकी सूचना थाने में देकर कॉपी लाने से दूसरा चेक मिलेगा, किसान ने वह भी कर दिया। अब तहसीलदार कर रहे फिर थाने में एफआईआर कराओ। किसान का आरोप है पटवारी ने पैसे की मांग की कर कहा बाबू को 5000 रुपये देना पड़ेगा। अब किसान का कहना है खेत बेचकर रिस्वत कहा से दू।
इस बात की शिकायत किसान ने कई बार सीएम हेल्पलाइन में भी की जिसका निराकरण अधिकारी कर दिए। किसान का कहना है अब मुख्यमंत्री निवास में जाकर भूखकर करूँगा और कोई चारा नही बचा है।
सीएम हेल्प लाइन में की गई शिकायत क्र 5836816, 6969139,
More Stories
शालीमार कार्प लिमिटेड की ऊँची उड़ान: कंपनी अब रोड निर्माण में, विश्व स्तरीय हाई टेक रायपुर से विशाखापट्नम 6 लेन राष्ट्रीय राजमार्ग रोड का निर्माण किया प्रारम्भ, 1039 करोड़ रूपये का कार्य 2025 तक करेगी पूरा
हाथियों से हुई फसल नुकसान का मुआवजा राशि बढ़ाने वन मंत्री से नितिन सिंघवी ने उठाई मांग…..कहा: असफलता छुपाने के लिए हाथियों के विरुद्ध मिडिया में प्रचार कर रहे अधिकारी की शिकायत, सुझाव दिए, हाथियों को रेडियो कालर लगायें
छत्तीसगढ़ के प्रशिद्ध दंतेश्वरी मंदिर के सामने डंकनी नदी को प्रदूषित करने का मामला नितिन सिंघवी लेकर पहुचे हाई कोर्ट….. कोर्ट ने कहा पर्यावरण संरक्षण मंडल याचिकाकर्ता की शिकायत पर निर्णय ले.