रायपुर। निजी बैंक के दो खातों को हैक कर 2.47 करोड़ उड़ाने वाले हैकर्स गिरोह के मास्टर माइंड एनआरआइ को दबोचने की कवायद पुलिस ने शुरू कर दी है। मूलत : दिल्ली निवासी एनआरआइ को गिरफ्त में लेने के लिए विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर मदद मांगी गई है। उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलकर भी जारी किया गया है।
डीएसपी क्राइम अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि ब्रिटेन की नागरिकता हासिल कर चुके मास्टर माइंड ने नाइजीरियन हैकर्स के साथ चीन व कनाडा में बैठकर सूरत स्थित टैक्सटाइल्स कोऑपरेटिव बैंक के आइपी एड्रेस को हैक किया। हैक्ड आइपी से रायपुर स्थित यश बैंक के दो खाते में सेंध लगाई। वारदात को तब अंजाम दिया जब 7 व 8 नवंबर को बैंकों में छुट्टी थी।
हैकर्स गिरोह ने मुंबई, दिल्ली के पांच-छह एजेंटों की मदद से 2.47 करोड़ रुपये एनईएफटी और आरटीजीएस के जरिए 26 अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए। फिर टुकड़ों में 70 से अधिक खातों में हस्तांरित किया था। अब तक पुलिस ने मुंबई से एक नाइजीरियन ओसाजी गॉड्सटाइम समेत खाताधारक लल्लन सिंह, रवि कुमार प्रजापति समेत आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
अन्य खाताधारक अंडरग्राउंड हो चुके हैं। बार-बार ठिकाने बदल रहे हैं। पुलिस उनका लोकेशन ट्रेस कर पहुंच न जाए, इसे ध्यान में रखकर आरोपी मोबाइल का इस्तेमाल भी नहीं कर रहे हैं। गिरोह से जुड़े अधिकांश शातिर दिल्ली, मुंबई, मप्र, राजस्थान और उप्र से हैं। लिहाजा पुलिस की टीम वहां पर कैंप कर उनके ठिकानों पर मुखबिर लगा रखा है।
रायपुर को बनाया साफ्ट टारगेट
गिरफ्तार नाइजीरियन हैकर्स ने पूछताछ में बताया है कि साइबर क्राइम के लिए रायपुर को नया साफ्ट टारगेट बनाकर रखा है। इससे पुलिस भी चितिंत है। अफसरों का दावा है कि इंडियन हैकर्स के पकड़े जाने से देशभर के बैंकों में हुई खाता हैकिंग का पर्दाफाश होगा।
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