रायपुर। महासमुंद-रायपुर जिले की सीमा पर ग्राम अछोला के पास महानदी में नहाने पहुंचे हाथियों के दल में मौजूद 15 दिन का बच्चा गहरे पानी में डूबने लगा। हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज सुनकर नदी तट पर पहुंचे ग्रामीणाें की नजर डूब रहे बच्चे पर पड़ी। इन लोगों ने हाथियों से खतरे के बीच इसे बचाया। हालत गंभीर थी। इसलिए रायपुर से पशु चिकित्सक डॉ. जेके जड़िया को बुलाया गया। बच्चे को इलाज के बाद नदी में वापस छोड़ दिया गया था। दो दिन तक हाथियों का झुंड बच्चे के साथ था बाद में बच्चे को छोड़कर वापस चला गया। इलाज के बाद हाथी बच्चे को वन विभाग अपने अभिरक्षा में ले लिया था।
वन विभाग ने पूरी तत्परता के साथ शावक को बचाने में लगा रहा 2 डॉक्टरों समेत लगभग 25 लोग वन विभाग के स्टाफ रात दिन बचाने के प्रयास में लगे रहे। लेकिन दुखद रहा कि बच्चे को बचाया नही जा सका और अंततः मंगलवार को शावक की मौत हो गई।
strong>सिरपुर से आते हैं ये झुण्ड
हाथियों का ये झुण्ड सिरपुर क्षेत्र से आरंग की ओर आता है। पहले भी हाथियों का झुण्ड यहाँ विचरण करते हुए यहां आ चुका है। सिरपुर से लगे होने के कारण अक्सर महासमुंद, आरंग, चपरीद और समोदा की ओर जंगली हाथियों का दल घूमता रहता है।
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