रायपुर। होटल कारोबारियों ने ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों का विरोध करना शुरू कर दिया है। कारोबारियों का कहना है कि ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों (ओटीए) की वजह से उनका कारोबार बिगड़ता जा रहा है। जिन होटलों से एजेंसियों को ज्यादा कमीशन मिलता है, वहां ग्राहकों को रूम उपलब्ध करवा देती हैं। इस कमीशनखोरी से उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है, क्योंकि ग्राहक को ऑनलाइन रूम बुक कराना सस्ता पड़ रहा और ऑफलाइन रूम लेने पर महंगा पड़ता है। इससे ग्राहकों से विवाद होता है। रविवार दोपहर तीन बजे इस संबंध में छत्तीसगढ़ होटल व रेस्टारेंट एसोसिएशन की बैठक वीआइपी रोड स्थित होटल ग्रांड इंपीरिया में होगी। बताया जा रहा है कि अगर ओटीए ने होटल संचालकों की बात नहीं मानी तो सभी होटल ऑनलाइन कंपनियों से नाता तोड़ने को तैयार हैं।
15 से 18 फीसद ही देंगे कमीशन
होटल कारोबारियों का कहना है कि वे ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों को 15 से 18 फीसद कमीशन ही दे रहे हैं। कंपनियां 22 फीसद तक कमीशन मांग रही हैं, इतना नहीं दिया जा सकता। वे नहीं मानेंगी तो उनका बहिष्कार भी किया जाएगा।
होटल संचालकों का यह है कहना
होटल संचालकों का कहना है कि ऑनलाइन कंपनियों से जिस रेट पर रूम देने का किराया तय किया जाता है, वे कमीशन के चक्कर में उससे भी कम में रूम उपलब्ध करवा देती हैं। ऐसे में उनका धंधा मार खा रहा है। एसोसिएशन के कमलजीत सिंह होरा ने बताया कि रविवार को होने वाली बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा होगी। देश भर के होटल व्यवसाय में ओटीए के कारण फर्क पड़ रहा है।
पहले ही नुकसान में चल रहे होटल
राजधानी में बीते कुछ सालों से होटल व्यवसायी नुकसान में चल रहे हैं। बीते तीन सालों में तीन बड़े होटल बिक चुके हैं। अभी एक बड़ा होटल और बिकने को तैयार है। दूसरी ओर दो अन्य होटल आने वाले हैं।
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